हसरत है उससे फिर से आखरी बार देखने की।
कि
अरसा बीत गया उसको अपनी मुस्कान छुपाए,
अरसा बीत गया उससे अपनी धड़कन सुनाए,
अरसा बीत गया उसको बिन कहे मुझे सताए,
अरसा बीत गया उससे बेवजह मुझे चाहहे जाए।
हसरत है उससे फिर से आखरी बार देखने की।
कि
अरसा बीत गया मुझको उसके पास आए,
अरसा बीत गया मुझको उसके बालों में हाथ फेराए,
अरसा बीत गया मुझे उसको सांस पाए,
अरसा बीत गया मुझे कई अश्क बहाए।
हरसत है उससे फिर से आखरी बार देखने की,
कि कहीं इस हसरत को पूरा करते अरसा ना बीत जाएं।
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